1. वह वार्तालाप को तुच्छता से बचाती है। 2. उसे तुच्छता से ऊँचा उठना और महानता का वरण करना है । 3. भगवान् ने मुझे लज्जित करने के लिए, मुझे अपनी तुच्छता से अवगत कराने 4. हैं कि गुणजों के 4 हैं तुच्छता से दिखाया को अनुमति देने का अस्तित्व अनन्त है. 5. चिरकुटपना ' में वह भाववाचक संज्ञा बन जाता है जो कहीं न कहीं तुच्छता से जुड़ा है. 6. अन्ततः इसी जीव नीचे से ऊपर की ओर या तुच्छता से महानता के ओर लगातार बढ़ते चले आ रहे हैं. 7. किसी अति आवश्यक स्थिति या अनाधिकार हस्तक्षेप में असंगति या तुच्छता से मुख्य विषय या मुद्दे से हटकर बातें मत कीजिए। 8. अन्ततः इसी जीव नीचे से ऊपर की ओर या तुच्छता से महानता के ओर लगातार बढ़ते चले आ रहे हैं ।। 9. इतिहास उन लोगों को भूल जाता है जो तुच्छता से ऊपर नहीं उठते … कलम का दुरुपयोग आगे कहां ले जाएगा ये स्पष्ट दिख रहा है …. 10. मेरी समझ में नहीं आया कि इस विनम्र गरिमा को अपनी तुच्छता से कैसे सभाँलू? मैं सहसा ही राम और गाँधी के इन उपासकों के चरणों पर झुक गयी.